sidh kunjika Things To Know Before You Buy
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
हुं हुं हुङ्काररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी ।
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम् ।
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।
aiṃ hrīṃ klīṃ chāmuṇḍāyai vichchē jvala haṃ saṃ laṃ kṣaṃ phaṭ svāhā ॥ five ॥
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से विपदाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं और समस्त कष्ट से मुक्ति मिलती है। यह सिद्ध स्त्रोत है और इसे करने से दुर्गासप्तशती पढ़ने click here के समान पुण्य मिलता है।
सरसों के तेल का दीपक है तो बाईं ओर रखें. पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें.
कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत्।
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
अं कं चं टं तं पं यं शं वीं दुं ऐं वीं हं क्षम् ।